
जावद । धार्मिक नगरी जावद में स्वर्णकार समाज के युवा एवं अपनी कला में स्पेशलिस्ट स्वर्ण शिल्पकार राष्ट्रीय पुरस्कार व गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड विजेता राजेश सोनी बोहरा गली ने मालवीय लोक पर्व संजा जो अपने ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता था अब यह आधुनिकता में विलुप्त होती जा रहा है। विलुप्त होते इस पर्व व संस्कृति को राजेश पिंकी सोनी अपनी लाडली लक्ष्मी बीटिया कक्षा 4 में पढने वाली कनकश्री सोनी के साथ तरह, तरह के रंगों से कागज पर उकेर कर संरक्षित रखने का अनुपम प्रयास कर रहे हैं। जिला प्रेस क्लब तहसील अध्यक्ष नारायण सोमानी को स्वर्ण शिल्पकार राष्ट्रीय पुरस्कार व गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड विजेता राजेश सोनी ने एक जानकारी के तहत बताया हैं कि गौमाता के गोबर व लाल गेरू से लिप कर डोली में बैठी संजा बाई जिसे आठ कहार उठाए हुए हैं तरह तरह के फूल पत्तियां व विचित्र प्रकार के चित्र जिसमें चांद, सूरज स्वास्तिक, चौक, कांच, कनगा, सीढ़ियां, गट्टी, अनाज, चटाई, बिजना, चौपड़, तुलसी, चकरी, पटाखा, सहेलियां, जाड़ी, जसोदा, पतली, पेमा, ढोलक बजाने व झाड़ू लगाने वाले के साथ हाथी, हथनी, बकरी व तितली, गौरैया बनाई जाती हैं तरह तरह के गीत गाए जाते व ज्वार की फुल्ली वितरित की जाती हैं यह पर्व पंद्रह दिन तक चलता है आखिरी दिन विसर्जन होता है विलुप्त होते इस पर्व व संस्कृति को कागज पर अपनी लाडली लक्ष्मी बीटिया कनकश्री सोनी को कागज पर उखेर कर बताया और अपनी सनातन धर्म को और आगे भी इसको सिखकर याद करना। यह कार्य को देखते हुए जिला प्रेस क्लब तहसील अध्यक्ष एवं हिंदूवादी नेता नारायण सोमानी, प्रेस क्लब जावद अध्यक्ष ओमप्रकाश कसेरा, उपाध्यक्ष संदीप बाफना सहित नगरवासियों ने पुरानी परम्परा कागज पर उकेरकर बताने पर राजेश सोनी स्पेशलिस्ट का धन्यवाद माना।